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ट्रंप द्वारा भारत के प्रधानमंत्री को झूठे और मनमाने ढंग से उद्धृत करना — एक शरारती करतूत!

 ट्रंप द्वारा भारत के प्रधानमंत्री को झूठे और मनमाने ढंग से उद्धृत करना — एक शरारती करतूत! अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नेताओं के शब्दों का वजन बहुत होता है। जब कोई पूर्व राष्ट्रपति या वैश्विक नेता किसी दूसरे देश के प्रधानमंत्री के नाम पर मनगढ़ंत बयान देता है, तो वह केवल एक राजनीतिक चाल नहीं बल्कि कूटनीतिक शरारत होती है। हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर जो झूठे और अतिशयोक्तिपूर्ण बयान दिए हैं, वे इसी तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरकत को दर्शाते हैं। अपने एक ताज़ा भाषण में ट्रंप ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे किसी मुद्दे पर “सहमति” जताई थी और वे उनके विचारों की “प्रशंसा” करते हैं। इतना ही नहीं, ट्रंप ने यह भी कहा कि वे “मोदी का राजनीतिक करियर खत्म नहीं करना चाहते।” यह बयान न केवल असत्य प्रतीत होता है, बल्कि अत्यंत बचकाना और अहंकारपूर्ण भी है। ऐसा लगता है जैसे ट्रंप स्वयं को किसी सर्वशक्तिमान सत्ता के रूप में देखने लगे हैं — मानो किसी नेता का राजनीतिक भविष्य उनके इशारे पर तय हो सकता हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत की 1...

Us में फिर से Shutdown

Us में  एक बार फिर से Shutdown हो गया है ये 1 अक्टूबर के रात 12 बजे से शुरू हुआ ? अमेरिका (US) में "Government Shutdown" तब होता है जब कांग्रेस (Parliament जैसी संस्था) सरकार के कामकाज के लिए बजट पास नहीं कर पाती। मतलब – सरकार के पास कर्मचारियों की सैलरी देने, प्रोजेक्ट चलाने और ऑफिस चलाने के लिए पैसा (funding) खत्म हो जाता है। जरूरी सेवाएँ (जैसे पुलिस, फायर, एयरपोर्ट सिक्योरिटी, अस्पताल) चलती रहती हैं, लेकिन non-essential services बंद हो जाती हैं। लाखों सरकारी कर्मचारी बिना सैलरी के छुट्टी पर भेज दिए जाते हैं या बिना सैलरी के काम करना पड़ता है। अमेरिकी बाज़ार पर असर Stock Market (शेयर बाज़ार) – शुरुआत में अनिश्चितता (uncertainty) बढ़ने से मंदी देखने को मिलती है। निवेशक डरते हैं कि सरकार का खर्च रुकने से अर्थव्यवस्था धीमी हो जाएगी। Dollar पर असर – कभी-कभी डॉलर कमजोर होता है क्योंकि ग्लोबल इन्वेस्टर्स भरोसा खोते हैं। लेकिन कई बार “safe haven” की वजह से डॉलर मजबूत भी हो सकता है। Business & Economy – कंपनियों को contracts और payments में देरी होती है। GDP growth पर हल्का दबा...