हाल ही में मैने एक एड देखा जो कि एक बीमा कंपनी का था जिसमें क्रिकेटर शुभमन गिल अंगूठा दिखाते नजर आ रहे है और इशारा कर रहे है कि आपका लाइफ कवर आपकी इनकम का 10 गुना होना चाहिए , ताकि आपके बाद भी आपकी फैमिली फाइनेंशियली सुरक्षित हो , मेरी उत्सुकता बढ़ी और मैने थोडा और पता किया कि बजाज एलियांज इंश्योरेंस clam का निपटारा कैसे करती है ,यही मुख्य बात थी ।
जब भी हम बीमा पॉलिसी को चुनते हैं तो उस समय सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक कारक है , दावा निपटारे का अनुपात (सीएसआर) , जो यह दर्शाता है कि बीमाकर्ता दावों को कितनी विश्वसनीयता से संसाधित करता है। बजाज आलियांज और LIC दोनों के पास प्रभावशाली CSR आंकड़े हैं, जिसमें बजाज आलियांज ने LIC से थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया है। 2022-23 में, बजाज आलियांज का CSR 99.04% था, जबकि LIC का 98.74% था। यह मामूली अंतर दर्शाता है कि दोनों बीमाकर्ता विश्वसनीय हैं, लेकिन दावा निपटान में दक्षता के मामले में बजाज आलियांज थोड़ा आगे है।
तो आते है बजाज एलियांज के एड पर तो भारत की अग्रणी निजी जीवन बीमा कंपनियों में से एक बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस ने अपने ब्रांड एंबेसडर और स्टार भारतीय क्रिकेटर शुभमन गिल के साथ एक नया अभियान शुरू किया है। इस अभियान के केंद्र में 'अंगूठा नियम' है, जो लोगों को ऐसी टर्म पॉलिसी लेने की सलाह देता है जो उनकी वार्षिक आय से कम से कम दस गुना अधिक हो।
ऐसा करने के पीछे ठोस क्या कारण है:
बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस द्वारा शुरू किए गए इस अभियान का उद्देश्य लोगों को टर्म इंश्योरेंस के महत्व के बारे में शिक्षित करना और यह समझाना है कि बीमा कवरेज का सही निर्धारण कैसे किया जाए।
‘अंगूठा नियम’ के पीछे का कारण:
1. पर्याप्त वित्तीय सुरक्षा – यदि किसी व्यक्ति की वार्षिक आय का 10 गुना बीमा कवरेज लिया जाता है, तो यह उसके परिवार को लंबे समय तक आर्थिक रूप से सुरक्षित रख सकता है।
2. महंगाई और जीवनशैली का ध्यान – समय के साथ महंगाई बढ़ती है और परिवार की जरूरतें भी बदलती हैं। एक बड़ी बीमा राशि महंगाई के प्रभाव को संतुलित करने में मदद कर सकती है।
3. ऋण और दायित्वों की पूर्ति – यदि पॉलिसी धारक पर किसी भी प्रकार का कर्ज (होम लोन, पर्सनल लोन आदि) है, तो यह राशि परिवार को वित्तीय संकट में पड़ने से बचा सकती है।
4. परिवार के भविष्य की सुरक्षा – एक उपयुक्त बीमा राशि बच्चों की शिक्षा, विवाह और अन्य महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने में सहायक हो सकती है।
5. आर्थिक स्वतंत्रता बनाए रखना – यदि कम बीमा राशि ली जाती है, तो परिवार को कठिन समय में समझौता करना पड़ सकता है, जबकि अधिक बीमा कवरेज उन्हें आत्मनिर्भर बनाए रख सकता है।
निष्कर्ष:
बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस का यह अभियान सही बीमा कवरेज चुनने पर जोर देता है ताकि व्यक्ति की अनुपस्थिति में भी उसके परिवार को वित्तीय कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। ‘अंगूठा नियम’ (बीमा कवरेज = वार्षिक आय × 10) एक सरल और प्रभावी तरीका है यह सुनिश्चित करने के लिए कि बीमा राशि पर्याप्त हो।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें