🇮🇳"अमेरिका का सपना टूटा, रंजनी श्रीनिवासन ने छोड़ा कोलंबिया विश्वविद्यालय – नस्लभेद और असुरक्षा ने किया मजबूर!"
"फिलिस्तीन-इज़राइल विवाद के बाद कोलंबिया विश्वविद्यालय में बढ़ी अशांति, भारतीय छात्रा ने कहा – अब और नहीं!"
हाल ही में भारतीय छात्रा रंजनी श्रीनिवासन का अमेरिका छोड़ने का फैसला सुर्खियों में आ गया है। वह कोलंबिया विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही थीं, लेकिन उन्होंने वहां की स्थिति से निराश होकर अमेरिका छोड़ने का निर्णय लिया। इस घटना के बाद कोलंबिया विश्वविद्यालय एक बार फिर चर्चा में आ गया है। आइए जानते हैं पूरा मामला:
📰 क्या है पूरा मामला?
1. प्रोटेस्ट और असुरक्षा का माहौल:
कोलंबिया विश्वविद्यालय में पिछले कुछ समय से इज़राइल-गाज़ा संघर्ष को लेकर बड़े पैमाने पर छात्र प्रदर्शन हो रहे हैं। कई कैंपसों में फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके कारण वहां हिंसक झड़पें और तनाव बढ़ गया।
➡️ रंजनी ने बताया कि कैंपस में लगातार असुरक्षा का माहौल था, जिससे उनकी पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा था।
2. नस्लभेद और भेदभाव:
रंजनी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि उन्हें वहां नस्लीय भेदभाव का सामना करना पड़ा। भारतीय मूल के होने के कारण उनके साथ कई बार अनुचित व्यवहार किया गया।
3. अकादमिक वातावरण में गिरावट:
रंजनी ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय का अकादमिक माहौल प्रभावित हो रहा था। पढ़ाई की गुणवत्ता पर ध्यान कम होकर राजनीतिक तनाव पर ज्यादा हो गया था।
🔥 कोलंबिया विश्वविद्यालय क्यों है चर्चा में?
1. फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन:
कोलंबिया विश्वविद्यालय अमेरिका में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन का केंद्र बन गया है। वहां के छात्रों ने इज़राइल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे कैंपस में अशांति और पुलिस कार्रवाई देखने को मिली।
2. प्रबंधन की नाकामी:
विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित न कर पाने का आरोप लगा है। कई अंतरराष्ट्रीय छात्र विश्वविद्यालय छोड़कर अपने देश लौट रहे हैं।
3. अकादमिक प्रतिष्ठा को झटका:
इस विवाद के कारण कोलंबिया विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय साख पर असर पड़ा है। कई छात्र और शिक्षाविद विश्वविद्यालय प्रशासन की आलोचना कर रहे हैं।
✅ रंजनी श्रीनिवासन का बयान
रंजनी ने सोशल मीडिया पर कहा:
> "मैंने अमेरिका में उच्च शिक्षा का सपना देखा था, लेकिन वहां की राजनीतिक उथल-पुथल और नस्लीय भेदभाव ने मुझे निराश किया। मुझे भारत लौटकर गर्व महसूस हो रहा है।"
🌍 इस घटना का प्रभाव
भारतीय छात्रों में अमेरिका को लेकर चिंता बढ़ गई है।
कई भारतीय छात्र अब दूसरे देशों जैसे कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी में पढ़ाई के विकल्प तलाश रहे हैं।
अमेरिका के कई विश्वविद्यालय अब अंतरराष्ट्रीय छात्रों की सुरक्षा नीति पर पुनर्विचार कर रहे हैं।
निष्कर्ष
रंजनी श्रीनिवासन का अमेरिका छोड़ना कोलंबिया विश्वविद्यालय में बढ़ते असंतोष और सुरक्षा चिंताओं को उजागर करता है। इस घटना ने अमेरिका में पढ़ाई का सपना देखने वाले भारतीय छात्रों को भी झकझोर दिया है।
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