संसद में आज: जब बहस कम और मनोरंजन ज्यादा हुआ!
राज्यसभा का माहौल आज किसी वीकेंड मसाला मूवी से कम नहीं था। गृह मंत्री अमित शाह जब अपने धुआंधार अंदाज में विपक्ष पर हमलावर थे, तभी TMC सांसद ने उन्हें 'तानाशाह' कह दिया। शाह भी ठहरे पुराने खिलाड़ी, उन्होंने आंखों ही आंखों में ऐसा "तानाशाही लुक" दिया कि TMC सांसद को भी लगा, कहीं यह तानाशाही आरोप हकीकत न बन जाए!
वहीं, लोकसभा में रेल मंत्री की एंट्री किसी सीटीमार हीरो जैसी रही। जैसे ही विपक्ष ने उनसे सवाल पूछे, उन्होंने कागज उठाया और ऐसे फाड़ा मानो रेलवे का घाटा नहीं, विपक्ष का मुंह बंद कर रहे हों। विपक्षियों ने सोचा होगा कि वे सवालों की पटरी पर मंत्री को घेर लेंगे, लेकिन रेल मंत्री ने तो एक ही झटके में पटरियों को उखाड़कर विपक्ष को डिब्बे समेत पटका दिया।
इधर, मल्लिकार्जुन खरगे साहब भी गजब मूड में थे। उन्होंने मोदी सरकार के एक मंत्री की खुल्लमखुल्ला तारीफ कर दी। कांग्रेसियों ने सोचा कि खरगे जी को सनस्ट्रोक तो नहीं हो गया? लेकिन नहीं! दरअसल, उन्होंने तारीफ तो की, मगर इतने कूटनीतिक अंदाज में कि जिसे तारीफ मिली, वो भी समझ नहीं पाया कि यह तारीफ थी या तंज।
कुल मिलाकर, संसद में बहस कम और एंटरटेनमेंट का तड़का ज्यादा था। विपक्ष और सरकार दोनों को देखकर लगा कि देश तो आत्मनिर्भर हो ही चुका है, अब संसद भी "स्व-मनोरंजन योजना" के तहत आत्मनिर्भर हो गई है!
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