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दुबई : एक कटिंग मार्केट

हाँ, दुबई एक प्रमुख "कटिंग मार्केट" (Cutting Market) के रूप में काम करता है, जहाँ यह भारत जैसे देशों से सस्ता माल खरीदकर उसे अन्य देशों में ऊँचे दामों पर बेचता है। इसका कारण है दुबई का भौगोलिक स्थान, टैक्स फ्री नीतियाँ और ग्लोबल ट्रेड नेटवर्क। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:


1. दुबई की भूमिका "कटिंग मार्केट" के रूप में


सस्ते स्रोतों से खरीदारी: दुबई भारत, चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य एशियाई देशों से कम कीमत पर सामान खरीदता है। ये सामान ज्यादातर कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, गहने, पेट्रोलियम उत्पाद, मसाले और औद्योगिक मशीनें होती हैं।


रिफाइन और रीपैकेजिंग: दुबई में कई ऐसे फ्री जोन (Free Trade Zones) हैं, जहाँ यह सामान बिना टैक्स के लाया जाता है। यहाँ इसे थोड़ा बेहतर बनाकर, रीपैकेजिंग करके या ब्रांडिंग करके महंगे दामों पर बेचा जाता है।


उच्च दामों पर निर्यात: दुबई इस री-ब्रांडेड और प्रोसेस्ड माल को यूरोप, अफ्रीका, अमेरिका और अन्य गल्फ देशों को बेचता है।



2. दुबई के फायदे जो इसे कटिंग मार्केट बनाते हैं


टैक्स-फ्री व्यापार: दुबई में कई ऐसे जोन हैं जहाँ व्यापारियों को इम्पोर्ट ड्यूटी या टैक्स नहीं देना पड़ता। इससे सामान की लागत कम हो जाती है।


बड़ी शिपिंग इंडस्ट्री: दुबई का जबल अली पोर्ट दुनिया के सबसे व्यस्ततम पोर्ट्स में से एक है, जिससे यहाँ से दुनिया भर में आसानी से सामान भेजा जा सकता है।


बिजनेस फ्रेंडली माहौल: दुबई सरकार व्यापारियों को लो-रेगुलेशन और आसान लाइसेंसिंग की सुविधा देती है, जिससे यह व्यापारियों के लिए आकर्षक बनता है।


ट्रेडिंग नेटवर्क: दुबई का व्यापारिक संबंध पूरी दुनिया से है। यह कई देशों के लिए एक री-डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर का काम करता है।



3. उदाहरण के रूप में भारत से जुड़े व्यापार


गोल्ड और ज्वेलरी: भारत से सोना लाकर दुबई में प्रोसेस किया जाता है और फिर गल्फ, यूरोप और अफ्रीका को महंगे दामों पर बेचा जाता है।


कपड़ा और टेक्सटाइल: भारतीय कपड़ा उद्योग से कपड़े खरीदकर दुबई में री-पैकेजिंग और ब्रांडिंग करके अन्य देशों को निर्यात किया जाता है।


मसाले और ड्राय फ्रूट्स: भारत और अन्य दक्षिण एशियाई देशों से मसाले और ड्राय फ्रूट्स खरीदकर दुबई के माध्यम से पूरी दुनिया में बेचे जाते हैं।



निष्कर्ष


दुबई "कटिंग मार्केट" के रूप में इसलिए सफल है क्योंकि यह कम कीमत पर माल खरीदकर, उसे बेहतर तरीके से प्रोसेस और री-पैकेज करके ऊँचे दामों पर बेचता है। इसकी लो टैक्स पॉलिसी, बेहतरीन लॉजिस्टिक्स, और इंटरनेशनल कनेक्शन इसे एक मजबूत व्यापारिक केंद्र बनाते हैं।


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