पाकिस्तानी सेना इस समय गंभीर रूप से गोला-बारूद की भारी कमी से जूझ रही है, और फ़िलहाल पाकिस्तान के पास बहुत कम सैन्य सामान उपलब्ध है जिसके चलते वह 4-5 दिनों से ज़्यादा युद्ध नहीं लैड सकता, और इसी वजह से पाकिस्तान को अपने सैन्य अभ्यासों को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, वर्तमान स्थिति में पाकिस्तान के पास केवल चार से पांच दिनों तक चलने वाले युद्ध के लिए ही पर्याप्त हथियार और संसाधन उपलब्ध हैं। यह स्थिति भारत द्वारा हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने की संभावित कार्रवाई के मद्देनज़र और भी चिंताजनक हो गई है। इस आशंका से घबराया पाकिस्तान अपने सीमित संसाधनों को बचाने की कोशिश में जुट गया है और अब वह अपनी रक्षा क्षमताओं को तत्काल बढ़ाने के लिए चीन से मदद मांग रहा है।
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान ने चीन से 40 वीटी-4 टैंकों की आपातकालीन खरीद का आदेश दिया है। यह कदम दर्शाता है कि पाकिस्तान अपनी रक्षा प्रणाली को जल्द से जल्द मजबूत करना चाहता है ताकि भारत के संभावित सैन्य अभियान का सामना कर सके।
वीटी-4 टैंक चीन द्वारा विकसित एक उन्नत युद्धक टैंक है, जिसकी मारक क्षमता और तकनीकी विशेषताएं आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं के अनुरूप हैं। पाकिस्तान और चीन के बीच लंबे समय से रणनीतिक और रक्षा सहयोग चला आ रहा है, और इस संकट की घड़ी में भी पाकिस्तान अपने पारंपरिक सहयोगी की ओर देख रहा है।
इस स्थिति से यह भी स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की सैन्य तैयारियों में कई कमज़ोरियाँ हैं, और वह अपनी पारंपरिक रणनीतियों के भरोसे अब नहीं रह सकता। भारत की प्रतिक्रिया की आशंका ने पाकिस्तान को अपनी रक्षा नीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। वर्तमान परिदृश्य में इस बात की आशंका बढ़ गई है कि यदि हालात बिगड़ते हैं, तो दक्षिण एशिया में सैन्य तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच सकता है।
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